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एक तरफ सावले से कान्हा भजन (Ek Taraf Sanwle Se Kanha Bhajan) – श्री कृष्ण जी का भजन

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एक तरफ सावले से कान्हा भजन (Ek Taraf Sanwle Se Kanha Bhajan) एक लोकप्रिय भजन है जो भगवान कृष्ण और राधा रानी के प्रेम का अलौकिक वर्णन है। यह भजन भक्तों को भगवान कृष्ण और राधा रानी के प्रति अपनी भक्ति और विश्वास को व्यक्त करने में मदद करता है। भजन भक्तों को भगवान कृष्ण और राधा रानी का स्वागत करने और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। यह भजन मुख्यतः कृष्ण जन्माष्टमी, सत्संग समारोह एवं श्री कृष्ण और राधा रानी के मंदिरो में गाया व सुना जाता है।

एक तरफ सावले से कान्हा भजन (Ek Taraf Sanwle Se Kanha Bhajan In Hindi) हिंदी में

एक तरफ सावले से कान्हा दूजी राधिका गोरी,
जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी,
एक तरफ सावले से कान्हा दूजी राधिका गोरी,
जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी,

कान्हा मुरली की तान सुनावे तो सुर राधे बन जाए,
और शाम उसी को मिलते हैं जो राधे राधे गाए,
गुलाल लगावे राधा के कान्हा खेले जब होरी,

एक तरफ सांवले से कान्हा दूजी राधिका गोरी,
जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी,
एक तरफ सांवले से कान्हा दूजी राधिका गोरी,

कितने सुंदर नैन तुम्हारे ओ वृषभानु दुलारी,
इन नैनन में खो गए हैं जैसे मेरे बांके बिहारी,
कितने सुंदर नैन तुम्हारे ओ वृषभानु दुलारी,
इन नैनन में खो गए हैं जैसे मेरे बांके बिहारी,
इस जग को प्रेम से बांधे हैं इनके प्रीत की डोरी,

एक तरफ सांवले से कान्हा दूजी राधिका गोरी,
जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी,
एक तरफ सांवले से कान्हा दूजी राधिका गोरी,

भाव बिना बाजार में वस्तु मिले ना मूल,
तो भाव बिना हरि कैसे मिले जो है अनमोल,
भाव बिना बाजार में वस्तु मिले ना मोल,
तो भाव बिना हरि कैसे मिले जो है अनमोल,
अनमोल जगत का नाम है राधे कृष्ण की जोड़ी,

एक तरफ सांवले से कान्हा दूजी राधिका गोरी,
जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी,
एक तरफ सांवले से कान्हा दूजी राधिका गोरी,

एक तरफ सावले से कान्हा भजन (Ek Taraf Sanwle Se Kanha Bhajan In English) अंग्रेजी में

Ek Taraf Sanwle Se Kanha Duji Radhika Gori,
Jaise Ek Dusre Se Milkar Ho gaye Chand Chakori,
Ek Taraf Sanwle Se Kanha Duji Radhika Gori,
Jaise Ek Dusre Se Milkar Ho gaye Chand Chakori,

Kanha Murli Ki Taan Sunave To Sur Radhe Ban Jaye,
Aur Shyam Usi Ko Milte Hai Jo Radhe Radhe Gaaye,
Gulal Lagawe Radha Ke Kanha Khele Jab Hoore,

Ek Taraf Sanwle Se Kanha Duji Radhika Gori,
Jaise Ek Dusre Se Milkar Ho gaye Chand Chakori,
Ek Taraf Sanwle Se Kanha Duji Radhika Gori,
Kitne Sundar Nain Tumhare Oo Vrishbhanu Dulari,
In Nainan Mein Kho Gaye Hai Jaise Mere Baanke Bihari,
Kitne Sundar Nain Tumhare Oo Vrishbhanu Dulari,
In Nainan Mein Kho Gaye Hai Jaise Mere Baanke Bihari,
Is Jag Ko Prem Se Baandhe Hai Inke Preet Ki Dori,

Ek Taraf Sanwle Se Kanha Duji Radhika Gori,
Jaise Ek Dusre Se Milkar Ho gaye Chand Chakori,
Ek Taraf Sanwle Se Kanha Duji Radhika Gori,
Bhaw Bin Baajar Me Wastu Mile Naa Mool,
To Bhaw Bina Hari Kaise Mile Jo Hai Anmol,
Bhaw Bina Bajar Mein Wastu Mile Na Mol,
To Bhaw Bina Hari Kaise Mile Jo Hai Anmol,
Anmol Jagat Ka Naam Hai Radhe Krishn Ki Jodi,

Ek Taraf Sanwle Se Kanha Duji Radhika Gori,
Jaise Ek Dusre Se Milkar Ho gaye Chand Chakori,
Ek Taraf Sanwle Se Kanha Duji Radhika Gori,

एक तरफ सावले से कान्हा भजन (Ek Taraf Sanwle Se Kanha Bhajan) Pdf

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