archiveDiwali Aarti

श्री चित्रगुप्त जी की आरती - श्री विरंचि कुलभूषण
आरती (Aarti)

श्री चित्रगुप्त जी की आरती – श्री विरंचि कुलभूषण

श्री विरंचि कुलभूषण,यमपुर के धामी ।पुण्य पाप के लेखक,चित्रगुप्त स्वामी ॥ सीस मुकुट, कानों में कुण्डल,अति सोहे ।श्यामवर्ण शशि सा मुख,सबके मन मोहे ॥ भाल तिलक से भूषित,लोचन सुविशाला ।शंख सरीखी गरदन,गले में मणिमाला ॥ अर्ध...
श्री चित्रगुप्त आरती
आरती (Aarti)

श्री चित्रगुप्त आरती 

भगवान श्री चित्रगुप्त जी की आरतीॐ जय चित्रगुप्त हरे,स्वामीजय चित्रगुप्त हरे ।भक्तजनों के इच्छित,फलको पूर्ण करे॥ विघ्न विनाशक मंगलकर्ता,सन्तनसुखदायी ।भक्तों के प्रतिपालक,त्रिभुवनयश छायी ॥ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥ रूप चतुर्भुज, श्यामल मूरत,पीताम्बरराजै ।मातु इरावती, दक्षिणा,वामअंग साजै ॥ॐ...
श्री कुबेर जी आरती - जय कुबेर स्वामी 
आरती (Aarti)

श्री कुबेर जी आरती – जय कुबेर स्वामी 

जय कुबेर स्वामी,प्रभु जय कुबेर स्वामी,हे समरथ परिपूरन ।हे समरथ परिपूरन ।हे अन्तर्यामी ॥ॐ जय कुबेर स्वामीप्रभु जय कुबेर स्वामी..जय कुबेर स्वामी,प्रभु जय कुबेर स्वामी,हे समरथ परिपूरन ।हे अन्तर्यामी ।ॐ जय कुबेर स्वामीप्रभु जय कुबेर स्वामी.....
श्री कुबेर आरती
आरती (Aarti)

श्री कुबेर आरती

भारत के सबसे बड़े त्यौहार दीपावली का शुभ आरंभ धनतेरस से होता है, धनतेरस के दिन देवी लक्ष्मी, भगवान कुबेर एवं श्री गणेश की पूजा-आरती प्रमुखता से की जाती है। ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे,स्वामी जै यक्ष जै...
भगवान विश्वकर्मा आरती
आरती (Aarti)

भगवान विश्वकर्मा आरती

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,जय श्री विश्वकर्मा ।सकल सृष्टि के करता,रक्षक स्तुति धर्मा ॥ जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,जय श्री विश्वकर्मा । आदि सृष्टि मे विधि को,श्रुति उपदेश दिया ।जीव मात्र का जग में,ज्ञान विकास किया ॥ जय...
श्री चित्रगुप्त जी की आरती - श्री विरंचि कुलभूषण
आरती (Aarti)

श्री चित्रगुप्त जी की आरती – श्री विरंचि कुलभूषण

श्री विरंचि कुलभूषण,यमपुर के धामी ।पुण्य पाप के लेखक,चित्रगुप्त स्वामी ॥ सीस मुकुट, कानों में कुण्डल,अति सोहे ।श्यामवर्ण शशि सा मुख,सबके मन मोहे ॥ भाल तिलक से भूषित,लोचन सुविशाला ।शंख सरीखी गरदन,गले में मणिमाला ॥ अर्ध...
श्री चित्रगुप्त स्तुति
आरती (Aarti)

श्री चित्रगुप्त स्तुति 

जय चित्रगुप्त यमेश तव,शरणागतम् शरणागतम् ।जय पूज्यपद पद्मेश तव,शरणागतम् शरणागतम् ॥ जय देव देव दयानिधे,जय दीनबन्धु कृपानिधे ।कर्मेश जय धर्मेश तव,शरणागतम् शरणागतम् ॥ जय चित्र अवतारी प्रभो,जय लेखनीधारी विभो ।जय श्यामतम, चित्रेश तव,शरणागतम् शरणागतम् ॥ पुर्वज...
माँ अन्नपूर्णा आरती
आरती (Aarti)

माँ अन्नपूर्णा आरती 

बारम्बार प्रणाम,मैया बारम्बार प्रणाम । जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके,कहां उसे विश्राम ।अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो,लेत होत सब काम ॥ बारम्बार प्रणाम,मैया बारम्बार प्रणाम । प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर,कालान्तर तक नाम ।सुर सुरों की रचना करती,कहाँ...