जय जय कैला मात हेतुम्हे नमाउ माथ ॥शरण पडूं में चरण मेंजोडूं दोनों हाथ ॥ आप जानी जान होमैं माता अंजान ॥क्षमा भूल मेरी करोकरूँ तेरा गुणगान ॥ ॥ चौपाई ॥जय जय जय कैला महारानी ।नमो...
॥ दोहा ॥बन्दौं सन्तोषी चरण रिद्धि-सिद्धि दातार ।ध्यान धरत ही होत नर दुःख सागर से पार ॥ भक्तन को सन्तोष दे सन्तोषी तव नाम ।कृपा करहु जगदम्ब अब आया तेरे धाम ॥ ॥ चौपाई ॥जय सन्तोषी...