चालीसाश्री गोपाल चालीसाअमित भारद्वाज2 दिन agoजुलाई 14, 20259॥ दोहा ॥श्री राधापद कमल रज,सिर धरि यमुना कूल।वरणो चालीसा सरस,सकल सुमंगल मूल॥ ॥ चौपाई ॥जय जय पूरण ब्रह्म बिहारी।दुष्ट...