कूष्मांडा जय जग सुखदानी ।मुझ पर दया करो महारानी ॥पिगंला ज्वालामुखी निराली ।शाकंबरी मां भोली भाली ॥ लाखों नाम निराले तेरे ।भक्त कई मतवाले तेरे ॥ भीमा पर्वत पर है डेरा ।स्वीकारो प्रणाम ये मेरा ॥...
ॐ जय श्री राणी सती माता,मैया जय राणी सती माता ।अपने भक्त जनन की,दूर करन विपत्ती ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता,मैया जय राणी सती माता ॥ अवनि अननंतर ज्योति अखंडीत,मंडितचहुँक कुंभा ।दुर्जन दलन खडग...
चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी,जग को तारो भोली माँ जन को तारो भोली माँ,काली दा पुत्र पवन दा घोड़ा ॥॥ भोली माँ ॥ सिन्हा पर भाई असवार,भोली माँ, चिंतपूर्णी चिंता दूर ॥॥ भोली माँ ॥ एक हाथ...
ॐ जय कैला रानी,मैया जय कैला रानी ।ज्योति अखंड दिये माँतुम सब जगजानी ॥ तुम हो शक्ति भवानीमन वांछित फल दाता ॥मैया मन वांछित फल दाता ॥अद्भुत रूप अलौकिकसदानन्द माता ॥ॐ जय कैला रानी। गिरि त्रिकूट...
नवरात्रि के सातवें दिन माँ दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है, माँ कालरात्रि की यह अत्यंत महत्वपूर्ण आरती के लिरिक्स कुछ इस प्रकार से हैं। कालरात्रि जय-जय-महाकाली ।काल के मुह से बचाने वाली...
जय अहोई माता,जय अहोई माता ।तुमको निसदिन ध्यावत,हर विष्णु विधाता ॥ॐ जय अहोई माता ॥ ब्रह्माणी, रुद्राणी, कमला,तू ही है जगमाता ।सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत,नारद ऋषि गाता ॥ॐ जय अहोई माता ॥ माता रूप निरंजन,सुख-सम्पत्ति दाता ।जो कोई...
जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता ।आदि ज्योति महारानी,सब फल की दाता ॥ॐ जय शीतला माता..॥ रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता ।ऋद्धि-सिद्धि चँवर ढुलावें,जगमग छवि छाता ॥ॐ जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता । विष्णु सेवत...
भक्त इन पंक्तियां को स्तुति श्री हिंगलाज माता और श्री विंध्येश्वरी माता की आरती के रूप मे प्रयोग करते हैं:] सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥ पान सुपारी ध्वजा नारियल ।ले तेरी भेंट चढ़ायो माँ...