archiveRam Sita Vivah Aarti

श्री जानकीनाथ जी आरती
आरती (Aarti)

श्री जानकीनाथ जी की आरती

ॐ जय जानकीनाथा,जय श्री रघुनाथा ।दोउ कर जोरें बिनवौं,प्रभु! सुनिये बाता ॥ ॐ जय..॥ तुम रघुनाथ हमारे,प्राण पिता माता ।तुम ही सज्जन-संगी,भक्ति मुक्ति दाता ॥ ॐ जय..॥ लख चौरासी काटो,मेटो यम त्रासा ।निशदिन प्रभु मोहि रखिये,अपने...
श्री रामचन्द्र जी आरती
आरती (Aarti)

श्री रामचन्द्र जी आरती

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से की जाने वाली आरती। आरती कीजै रामचन्द्र जी की।हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥ पहली आरती पुष्पन की माला।काली नाग नाथ...
श्री जानकीनाथ जी की आरती 
आरती (Aarti)

श्री जानकीनाथ जी की आरती 

ॐ जय जानकीनाथा,जय श्री रघुनाथा ।दोउ कर जोरें बिनवौं,प्रभु! सुनिये बाता ॥ ॐ जय..॥ तुम रघुनाथ हमारे,प्राण पिता माता ।तुम ही सज्जन-संगी,भक्ति मुक्ति दाता ॥ ॐ जय..॥ लख चौरासी काटो,मेटो यम त्रासा ।निशदिन प्रभु मोहि रखिये,अपने...
आरती: श्री रामचन्द्र जी
आरती (Aarti)

आरती: श्री रामचन्द्र जी 

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से की जाने वाली आरती। आरती कीजै रामचन्द्र जी की।हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥ पहली आरती पुष्पन की माला।काली नाग नाथ...
श्री रामचन्द्र जी आरती
आरती (Aarti)

श्री रामचन्द्र जी आरती

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से की जाने वाली आरती। आरती कीजै श्री रघुवर जी की,सत चित आनन्द शिव सुन्दर की॥ दशरथ तनय कौशल्या नन्दन,सुर मुनि...
जानकी माता आरती 
आरती (Aarti)

जानकी माता आरती 

आरती कीजै श्रीजनक लली कीदेवी जानकी की सबसे प्रसिद्ध आरती में से एक है। यह प्रसिद्ध आरती देवी सीता से सम्बन्धित अधिकांश अवसरों पर गायी जाती है। ॥ जानकी माता आरती ॥आरती कीजै श्रीजनक लली की।राममधुपमन...
श्री सीता आरती
आरती (Aarti)

श्री सीता आरती 

आरती श्री जनक दुलारी की ।सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ जगत जननी जग की विस्तारिणी,नित्य सत्य साकेत विहारिणी,परम दयामयी दिनोधारिणी,सीता मैया भक्तन हितकारी की ॥ आरती श्री जनक दुलारी की ।सीता जी रघुवर प्यारी की...
श्री राम स्तुति आरती
आरती (Aarti)

श्री राम स्तुति आरती

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा, श्री हनुमान जन्मोत्सव और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से वाचन किया जाने वाली वंदना। ॥दोहा॥श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमनहरण भवभय दारुणं ।नव कंज लोचन कंज मुखकर कंज...