archiveShri Yugal Kishore Aarti

युगलकिशोर की कीजै आरती
आरती (Aarti)

युगलकिशोर की कीजै आरती

आरती युगलकिशोर की कीजै ।तन मन धन न्योछावर कीजै ॥ गौरश्याम मुख निरखन लीजै ।हरि का रूप नयन भरि पीजै ॥ रवि शशि कोटि बदन की शोभा ।ताहि निरखि मेरो मन लोभा ॥ ओढ़े नील पीत...