पूजा के नियम

पूजा के बाद बची हुई सामग्री का क्या करें

भारतीय संस्कृति में पूजा एक पवित्र और आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जो हमारे जीवन को सकारात्मकता और शांति से भर देती है। पूजा के दौरान हम विभिन्न सामग्रियों जैसे फूल, चंदन, अगरबत्ती, प्रसाद, और अन्य पूजन सामग्री का उपयोग करते हैं। लेकिन पूजा समाप्त होने के बाद अक्सर हमारे सामने एक सवाल खड़ा होता है: पूजा के बाद बची हुई सामग्री का क्या करें? क्या इन सामग्रियों को यूं ही फेंक देना चाहिए, या इनका कोई रचनात्मक और सम्मानजनक उपयोग हो सकता है? इस लेख में हम इस प्रश्न का जवाब...
पूजा के नियम

वास्तु के अनुसार पूजा स्थान में क्या न करें

घर का पूजा स्थान वह पवित्र कोना होता है, जहां हम अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा को संतुलित करते हैं और ईश्वर के साथ गहरा संबंध स्थापित करते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा स्थान न केवल आध्यात्मिक शांति का केंद्र होता है, बल्कि यह घर की सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ गलतियां इस पवित्र स्थान की ऊर्जा को प्रभावित कर सकती हैं? इस लेख में, हम वास्तु के अनुसार पूजा स्थान में क्या न करें (Things Not to Do in Puja Room According...
पूजा के नियम

घर में किन देवताओं की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए

हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ और देवी-देवताओं की मूर्तियों का विशेष महत्व है। घर में मूर्ति स्थापना न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाती है, बल्कि यह हमारे जीवन में सकारात्मकता और शांति भी लाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ मूर्तियों को घर में रखना अशुभ माना जाता है? हिन्दू शास्त्रों और वास्तुशास्त्र के अनुसार, कुछ देवी-देवताओं की मूर्तियां या उनके विशिष्ट स्वरूप घर में रखने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस लेख में, हम घर में किन देवताओं की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए (Which deities' idols should...
पितृ पक्ष (श्राद्ध) के दिन

पितरों की पूजा के विशेष नियम

भारतीय संस्कृति में पितरों की पूजा का विशेष महत्व है। यह न केवल हमारे पूर्वजों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है, बल्कि यह हमारे जीवन को आध्यात्मिक और मानसिक शांति प्रदान करने का एक सशक्त माध्यम भी है। पितरों की पूजा, विशेष रूप से पितृ पक्ष के दौरान, हमारे पूर्वजों के आशीर्वाद को प्राप्त करने और उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पितरों की पूजा के कुछ विशेष नियम और विधियां हैं, जिनका पालन करने से यह...
पूजा-पाठ ( pooja-paath)

पूजा में किन रंगों के वस्त्र पहनना वर्जित माने जाते हैं

ज्ञान की बातें (gyankibaatein.com) में आपका स्वागत है। हिन्दू पूजा में रंगों का अपार महत्व है। जैसे विचारों का रंग बदलता है, वैसे ही हमारा पहनावा पूजा की ऊर्जा को प्रभावित करता है। इस लेख में हम बताएँगे कि पूजा में किन रंगों के वस्त्र पहनना वर्जित माना जाता है। साथ ही प्रेरणादायक शैली में जानेंगे कि शुभ कौन‑से colours हैं, और क्यों certain colours को avoid करना जरूरी है। यह article हिंदी में है, लेकिन SEO keywords अंग्रेजी (English) और long‑term keywords जैसे “prohibited colours in puja”, “puja colour...
पूजा-पाठ ( pooja-paath)

ब्रह्म मुहूर्त में पूजा क्यों सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है? | Gyan Ki Baatein

भारतीय संस्कृति में ब्रह्म मुहूर्त एक ऐसा समय है, जिसे आध्यात्मिक और मानसिक विकास का स्वर्णिम अवसर माना जाता है। यह वह पवित्र समय है जब प्रकृति शांत और सात्विक होती है, और मनुष्य का मन ईश्वर के साथ गहरा संबंध स्थापित करने के लिए सबसे अधिक ग्रहणशील होता है। ब्रह्म मुहूर्त में पूजा को सर्वश्रेष्ठ इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह न केवल आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है, बल्कि जीवन में सकारात्मकता, शांति और अनुशासन भी लाता है। हमारे व्यस्त और तनावपूर्ण जीवन में यह समय एक...
पूजा के नियम

पूजा के समय किन रंगों के वस्त्र पहनने चाहिए? | Gyan Ki Baatein

पूजा भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है, जो हमें ईश्वर के साथ एक गहरा आध्यात्मिक संबंध स्थापित करने का अवसर देती है। यह वह पवित्र क्षण है जब हम अपने मन, शरीर और आत्मा को भक्ति के रंग में रंग लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूजा के समय पहने जाने वाले वस्त्रों का रंग भी आपकी भक्ति और ऊर्जा को प्रभावित करता है? रंग न केवल हमारी भावनाओं को प्रेरित करते हैं, बल्कि आध्यात्मिक, ज्योतिषीय और मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी विशेष महत्व रखते हैं। इस लेख...
पूजन सामग्री

पूजा में उपयोग होने वाली सामग्री और उनका आध्यात्मिक महत्व

भारतीय संस्कृति में पूजा एक पवित्र और आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जो हमें ईश्वर के साथ एक गहरा संबंध स्थापित करने का अवसर प्रदान करती है। यह न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि हमारे जीवन में शांति, समृद्धि और सकारात्मकता लाने का एक शक्तिशाली माध्यम भी है। पूजा में उपयोग होने वाली सामग्री (pooja samagri) का चयन और उनका उपयोग गहरे आध्यात्मिक अर्थों से युक्त होता है। प्रत्येक सामग्री का एक विशेष महत्व होता है, जो पूजा को पूर्णता प्रदान करता है और हमारे मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध...
पूजा के नियम

पूजा के बाद कौन से अपवित्र कार्य नहीं करने चाहिए

पूजा भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है, जो हमें ईश्वर के साथ गहरा संबंध स्थापित करने का अवसर प्रदान करती है। यह न केवल हमारी भक्ति को व्यक्त करती है, बल्कि हमारे मन, शरीर, और आत्मा को शुद्ध करने का भी एक सशक्त माध्यम है। पूजा के बाद का समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस दौरान हमारी आध्यात्मिक ऊर्जा अपने चरम पर होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पूजा के बाद क्या नहीं करना चाहिए (things to avoid after pooja)? कुछ कार्य ऐसे...
पूजा-पाठ ( pooja-paath)

पूजा विफल क्यों हो जाती है – 7 कारण | Gyan Ki Baatein

पूजा भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का हृदय है। यह वह पवित्र प्रक्रिया है जो हमें ईश्वर के साथ जोड़ती है, हमारे मन को शांति देती है और जीवन में सकारात्मकता लाती है। लेकिन कई बार, हमारी पूजा के बावजूद हमें वह फल नहीं मिलता, जिसकी हम अपेक्षा करते हैं। क्या कारण है कि हमारी पूजा विफल (Reasons why pooja fails) हो जाती है? क्या यह हमारी गलतियां हैं, या कुछ और है जो हमारी भक्ति को प्रभावित करता है? इस लेख में, हम "पूजा विफल क्यों हो जाती है –...
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