देवी काली हिन्दू धर्म की एक प्रसिद्धह देवी है, इन्ही की पूजा को काली पूजा की संज्ञा दी जाती है। चतुर्भुजधारी माँ काली अपने एक हाथ में कटा हुआ सिर और गले में मूँद की माला...
हिन्दू धर्म में तुलसी नाम के पौधे का शालिग्राम (विष्णुजी) से विवाह कराना ही तुलसी विवाह के नाम से जाना जाता है। हर साल नवंबर माह की शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को तुलसी विवाह औपचारिक...
हरियाली तीज हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की तीसरे तिथि को मनाया जाता है। इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक होता है, और इसे धूमधाम से...
गोवर्धन पूजा हर साल सम्पूर्ण भारत में दीपावली के दूसरे दिन मनाई जाती है इसमे भगवान श्री कृष्ण की तथा और गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। इसके बाद गाय की पूजा कर उसे गुड...
विश्वकर्मा पूजा भगवान विश्वकर्मा की जयंती के रूप में हर साल की जाती है। भगवान विश्वकर्मा को सम्पूर्ण ब्रह्माण का शिल्पकार माना गया है। इसीलिए इस दिन सभी व्यापारी अपने कारखानों, मशीनों एवं आजार की पूजा...
महावीर जयंती जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस पर्व पर सभी जैन समुदाय भगवान महावीर द्वारा दी गई शिक्षाओं का प्रसार करते हैं और सभी सजीव...
भाई दूज का त्योहार भाई और बहन के स्नेह का त्योहार है। यह पर्व हर साल नवंबर माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को पड़ता है। इस त्योहार को बहन अपने भाई के अच्छे स्वास्थ्य...
गुड़ी पाड़वा हिन्दू कैलंडर के अनुसार चैत्र माह में आता है, तथा इसे पर्व को दक्षिण भारत के लोग नववर्ष के रूप में मनाते है। यह 2 शब्दों से मिलकर बना है, गुड़ी का अर्थ “विजय...
रथ यात्रा दक्षिण भारत के शहर पुरी में होने वाली भगवान जगन्नाथ जी की प्रसिद्ध यात्रा है। यह यात्रा भगवान जगन्नाथ के बड़े भाई बलभद्र, और उनकी बहन सुभद्रा की अलग-अलग तीन रथो में निकाली जाती...